Wednesday, December 21, 2022

Winter Break Holiday Homework(Library)


21.12.2022- 09.01.2023

                      Class VI-XII

Library Homework(Winter Break)

DATE

ACTIVITY

21.12.2022-

25.12.2022

Word of the Day- Find difficult/new words from newspapers and write the meaning of the word with the help of dictionary.( One word everyday)

26.12.2022-

31.12.2022

G.K.Hunt- find general knowledge bits from the newspaper of

the day and write down in notebook.

01.01.2023-

07.01.2023

News    and    Views    -Read    two news and story from different newspapers and discuss with family.

( E- newspapers link is given in library blog.) This activity will help students to understand and analyze a news story from different point views.

08.01.2023-

09.01.2023

Learn and practice book review write in notebook.

Write down in notebook you can choose any one field as a career in future life


Librarian 

KV MRN MATHURA

Saturday, December 17, 2022

वरिष्ठ अभिभावक दिवस (17/12/2022)







    
       




आज दिनाँक 17/12/2022 को केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में वरिष्ठ अभिभावक दिवस का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया गया। विद्यार्थियों एवं समाज को बुजुर्गों के सम्मान का महत्व बताने हेतु वरिष्ठ अभिभावक दिवस का आयोजन विद्यालय के प्राचार्य श्री सुबोध कुमार अग्निहोत्री के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ अभिभावकों को रोली लगाकर पुष्पों से स्वागत किया गया। उसके उपरांत विद्यार्थियों द्वारा कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस दौरान वरिष्ठ अभिभावकों के लिए कई तरह के खेल आयोजित किए गए। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य द्वारा उपस्थित लोगों का धन्यवाद किया।







पुस्तकालय रिफाइनरी नगर मथुरा 

Thursday, December 15, 2022

केन्द्रीय विद्यालय संगठन स्थापना दिवस(KVS)15 दिसम्बर


केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज बड़े ही उत्साह के साथ केंद्रीय विद्यालय संगठन स्थापना दिवस (15 दिसंबरमनाया गया साथ ही साथ शपथ भी लिया गया।

केन्द्रीय विद्यालय संगठन (KVS)

केंद्रीय विद्यालय, दुनिया के स्कूलों की सबसे बड़ी श्रृंखला में से एक है, भारत में केंद्रीय सरकारी स्कूलों की एक प्रणाली है जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमनएचआरडी) के तत्वावधान में स्थापित की गई थी। इस समय भारत में लगभग 1252 और विदेश में तीन केंद्रीय विद्यालय हैं।

केन्द्रीय विद्यालय संगठन का इतिहास

1963 में जो व्यवस्था अस्तित्व में आई, उसे 'केंद्रीय विद्यालय' के नाम से जाना गया और बाद में इसका नाम बदलकर केन्द्रीय विद्यालय कर दिया गया। मुख्य उद्देश्य भारतीय रक्षा सेवा कर्मियों के बच्चों को शिक्षित करना है जो अक्सर दूरस्थ स्थानों पर तैनात होते हैं। यह सेवा धीरे-धीरे सभी केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए विस्तारित हो गई।

केन्द्रीय विद्यालय संगठन के उद्देश्य

  • शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित हस्तांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए है।
  • स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता और गति निर्धारित करना।
  • अन्य निकायों जैसे केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद आदि के सहयोग से शिक्षा में प्रयोग और नवप्रवर्तन की शुरुआत करना।
  • राष्ट्रीय एकता की भावना विकसित करना और बच्चों में "भारतीयता" की भावना पैदा करना। 
  • स्कूलों को प्रदान करने, स्थापित करने, बनाए रखने, नियंत्रण और प्रबंधन करने के लिए, इसके बाद भारत सरकार के ट्रांसएफ़रेबल कर्मचारियों के बच्चों के लिए 'केन्द्रीय विद्यालय' कहा जाता है, अस्थायी आबादी और अन्य जिनमें देश के दूरस्थ और अविकसित स्थानों में रहने वाले और ऐसे स्कूलों के प्रचार-प्रसार के लिए आवश्यक सभी कार्य और चीजें करना।

केंद्रीय विद्यालय संगठन की विशेषताएं

  • सभी केंद्रीय विद्यालयों के लिए सामान्य पाठ्य पुस्तकें और द्विभाषी माध्यम।
  • सभी केन्द्रीय विद्यालय केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध हैं।
  • सभी केंद्रीय विद्यालय सह-शैक्षिक, समग्र विद्यालय हैं।
  • छठी - आठवीं कक्षा से संस्कृत पढ़ाई जाती है।
  • एक उपयुक्त शिक्षक-शिष्य अनुपात द्वारा शिक्षण की गुणवत्ता को यथोचित रूप से उच्च रखा जाता है।





  • पुस्तकालय केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 

Thursday, December 1, 2022

परीक्षा पे चर्चा प्रतियोगिता 2023


छात्रों के लिए निर्देश

छात्रों के लिए दिशानिर्देश
  1. केवल 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्र भाग ले सकते हैं।
  2. माईगव प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कर प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। भारत के बाहर से भाग लेने वालों के लिए, ईमेल आईडी पर भेजे गए OTP का उपयोग करके पंजीकरण किया जा सकता है।
  3. छात्र केवल एक थीम में भाग ले सकते हैं।
  4. छात्रों को प्रत्येक गतिविधि के लिए शब्द शब्द सीमा से अधिक नहीं लिखना चाहिए।
  5. छात्रों को ऐसी प्रतिक्रियाएँ प्रस्तुत करनी चाहिए जो मौलिक, रचनात्मक और सरल हों।
  6. प्रधानमंत्री से प्रश्न 500 शब्दों से अधिक नहीं होने चाहिए।
  7. प्रविष्टियों को सफलतापूर्वक जमा करने पर, सभी छात्रों को भागीदारी का एक डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त होगा जिसे वे #PPC2023 के साथ सोशल मीडिया पर डाउनलोड और साझा कर सकते हैं।
  8. ओटीपी के लिए - छात्र अपने/माता-पिता/शिक्षक के मोबाइल नंबरों का उपयोग कर सकते हैं।
  9. प्रतिभागियों को अपने शब्दों में केवल मूल उत्तर प्रस्तुत करना चाहिए।
  10. किसी भी प्रतिभागी द्वारा कोई भी गलत प्रतिनिधित्व या गलत जानकारी प्रस्तुत करने से परीक्षा पे चर्चा 2023 में उनकी भागीदारी को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
  11. प्रविष्टि में किसी भी तरह की उत्तेजक, आपत्तिजनक या अनुचित सामग्री नहीं होनी चाहिए।
  12. देर से प्रविष्टि के लिए जिम्मेदारी और गैरकानूनी रूप से पुन: प्रस्तुत सामग्री के प्रकाशन के लिए जिम्मेदारी पूरी तरह से प्रतिभागी की होगी।
  13. प्रतियोगी द्वारा सबमिट की गई सभी प्रविष्टियों का उपयोग शिक्षा मंत्रालय और माईगव द्वारा सोशल मीडिया या वेबसाइट पर या किसी अन्य रूप में किया जा सकता है जिसकी आवश्यकता हो सकती है।
  14. प्रत्येक विजेता को निदेशक, एनसीईआरटी द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
  15. प्रत्येक विजेता को एक विशेष परीक्षा पे चर्चा किट भी मिलेगी जिसमें माननीय प्रधानमंत्री द्वारा लिखी गई हिंदी और अंग्रेजी में एग्जाम वॉरियर्स की पुस्तक होगी।

    माता-पिता और शिक्षकों के लिए दिशानिर्देश

    1. सभी माता/पिता और शिक्षक इसमें भाग ले सकते हैं।
    2. माता/पिता और शिक्षक MyGov प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण करके प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। भारत से बाहर के प्रतिभागियों के लिए, ईमेल आईडी पर भेजे गए ओटीपी का उपयोग करके पंजीकरण किया जा सकता है।
    3. माता/पिता और शिक्षक उनके लिए निर्दिष्ट केवल एक विषय में भाग ले सकते हैं।
    4. माता/पिता और शिक्षकों को अपनी प्रविष्टि भेजते समय प्रत्येक गतिविधि के लिए निर्धारित शब्द सीमा का ध्यान रखना चाहिए।
    5. प्राप्त की गई प्रविष्टि वास्तविक, विश्वसनीय और सरल होगी।
    6. हस्ताक्षर करने वाले को सभी माता-पिता और शिक्षकों की भागीदारी का एक डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त होगा, जिसे वे डाउनलोड कर #PPC2023 के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं।
    7. शब्दों को शब्दों में केवल मौलिक प्रतिक्रिया व्यक्त की जाती है।
    8. प्रवेश में कोई उत्तेजक, आपत्तिजनक या अनावश्यक सामग्री नहीं डाली जानी चाहिए।
    9. सामग्री में बदलाव कर गैर-कानूनी तरीके से प्रकाशित किया जाएगा, या देरी से गलत प्रविष्टि की जिम्मेदार अधिकारिता पर होगा।
    10. शिक्षा मंत्रालय और माईगॉव द्वारा सोशल मीडिया या वेबसाइटों का उपयोग करके असुरक्षित असुरक्षित सभी अन्य रूपों में या किसी अन्य रूप में किया जा सकता है।
  16. महत्वपूर्ण तिथियाँ

    महत्वपूर्ण तिथियाँ
    प्रारंभ तिथि:25 नवंबर 2022
    अंतिम तिथि:30 दिसंबर 2022

    पुरस्कार

    पुरस्कार

    MyGov पर आयोजित प्रतियोगिताओं के माध्यम से लगभग 2050 छात्रों, शिक्षकों और शिक्षा मंत्रालय द्वारा पंजीकृत किट पंजीकृत किए जाएंगे। 

  • अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें👇
  • https://innovateindia.mygov.in/ppc-2023/#list-item-6                    
  •  पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 

Saturday, November 26, 2022

संविधान दिवस (26 नवम्बर 2022)

 

केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज बड़े ही उत्साह के साथ संविधान दिवस (26 नवम्बर 2022) मनाया गया साथ ही साथ सविंधान की प्रस्तावना को पढ़कर शपथ लिया गया।

26 नवंबर को संविधान दिवस है, जिसे पूरे देश में मनाया जा रहा है। हमारे भारतीय संविधान को अपनाए जाने की याद में हर साल 26 नवंबर को देश में संविधान दिवस के तौर मनाया जाता है। वर्ष 1949 में संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को 26 नवंबर को ही अपनाया गया गया था। हालांकि, इसे 26 जनवरी 1950 से पूरे देश में लागू किया गया था। वहीं, केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर 2015 को घोषणा की थी कि 26 नवंबर को हर साल संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इसके बाद से हर साल संविधान दिवस को इस दिन मनाया जाता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें राष्ट्रीय संविधान दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस और भारतीय संविधान दिवस के नाम से भी जाना जाता है। इसलिए इसकी प्रस्तावना से लेकर इसके लिखे जाने और लागू होने तक की पूरी कहानी और कुछ तथ्य इस अवसर पर स्टूडेंट्स को पता होने चाहिए। इसलिए हम आपको यहां इसकी संक्षिप्त जानकारी दे रहे हैं।

बता दें कि 26 नवंबर 1949 को देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को विधिवत रूप से स्वीकार किया था, लेकिन इसे स्वीकार किए जाने के दो महीने बाद यानी 26 जनवरी 1950 को इस संविधान को लागू किया गया था। इसी कारण 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारत के संविधान का इतिहास-

हमारा संविधान दुनियाभर के 60 लोकतांत्रिक देशों के संविधान का मिश्रण है। इसे तैयार करने में करीब 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था। वहीं अंतिम रूप देने से पहले इसमें 2000 से अधिक संशोधन किए गए थे। भारतीय संविधान के बारे में कहा जाए तो यह बहुत लंबा संविधान है। इसे दुनिया का लंबा संविधान कहा जाता है।

अपने मूल रूप में भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद, 22 खण्ड और 8 अनुसूचियां हैं। हमारे संविधान में कुल 1,45,000 शब्द हैं, जो कि पूरे विश्व में सबसे लंबा अपनाया गया संविधान है। हालांकि, इस समय हमारे संविधान में 470 अनुच्छेद, 25 खण्ड और 12 अनुसूचियों के साथ-साथ 5 परिशिष्ट भी हैं।

संविधान दिवस मनाने का उद्देश्य-

दरअसल सबसे पहले सोशल जस्टिस एंड एम्पावरमेंट मंत्रालय ने 26 नवंबर के दिन को संविधान दिवस मनाने का फैसला किया, जिससे इसकी महत्व को बताया जा सके। देश के लोगों को संविधान के बारे में जागरुक करने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है। संवैधानिक मूल्यों की जानकारी देश के हर नागरिक को हो इसके लिए संविधान दिवस मनाने का फैसला हुआ था। इसलिए इस दिन स्कूल, कॉलेजों में भारत के संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा जाता है और भारत के संविधान की विशेषता एवं महत्व पर चर्चा की जाती है।






पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 


Monday, November 14, 2022

बाल दिवस (14 नवम्बर 2022)

केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज बड़े ही उत्साह के साथ बाल दिवस (14 नवम्बर 2022) मनाया गया।

बाल-दिवस यानि भारत के पहले प्रधानमंत्री पंo जवाहरलाल नेहरू का बच्चों के प्रति लगाव को याद करने का दिन।

देशभर में 14 नवंबर का दिन बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। बाल दिवस हर साल भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जयंती पर मनाया जाता है। बाल दिवस बच्चों के लिए बेहद खास दिन होता है। बाल दिवस के अवसर पर स्कूलों में तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू के निधन से पहले बाल दिवस हर साल 20 नवंबर को मनाया जाता था। जवाहर लाल नेहरू का बच्चों से बहुत लगाव था। इसलिए उनके निधन के बाद बाल दिवस हर साल 14 नवंबर, को मनाया जाने लगा।









पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा


Friday, November 11, 2022

संभाग स्तरीय राष्ट्रीय एकता शिविर 2022-23


केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज संभाग स्तरीय राष्ट्रीय एकता शिविर एक भारत श्रेष्ठ भारत कला उत्सव 2022-23 (11 नवंबर 2022) आयोजन किया गया।

















Monday, October 31, 2022

राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर 2022


केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज बड़े ही उत्साह के साथ राष्ट्रीय एकता दिवस (31 अक्टूबर 2022) मनाया गया।

राष्ट्रीय एकता दिवस 2022 पर विद्यालय की श्रीमती वंदना सक्सेना(पी०जी०टी० भूगोल) ने उनकी 147वीं जयंती पर याद करते हुए कहा कि इन्होनें अपनी दूरदर्शिता से एक मजबूत और एकजुट भारत के सपने को साकार किया।

राष्ट्रीय एकता दिवस

§  भारत में प्रतिवर्ष 31 अक्तूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसे राष्ट्रीय एकता दिवस भी कहते हैं।

o    इस दिन को मनाने के पीछे का कारण लोगों को एकजुट करना और समाज के उत्थान के लिये उनके विचारों से अवगत कराना है।

o    इसे पहली बार वर्ष 2014 में मनाया गया था।

§  इस दिन सरदार पटेल के राष्ट्रीय अखंडता और एकता में योगदान के विषय में जागरूकता फैलाने के लिये रन फॉर यूनिटी (Run For Unity)’ जैसे विभिन्न आयोजन किये जाते हैं।

§  वर्ष 2018 में सरदार पटेल की 143वीं जयंती के अवसर पर भारत सरकार ने सरदार वल्लभभाई पटेल के सम्मान में गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया था।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी:

§  स्टैच्यू ऑफ यूनिटी विश्व की सबसे ऊंँची (182 मीटर) मूर्ति है। यह चीन की स्प्रिंग टेम्पल बुद्ध प्रतिमा (Spring Temple Buddha statue) से 23 मीटर ऊंँची तथा अमेरिका में स्थित स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी (93 मीटर लंबा) की ऊंँचाई की लगभग दोगुनी है।

§  जनवरी 2020 में इसे शंघाई सहयोग संगठन में आठ अजूबों में शामिल किया गया था।

सरदार वल्लभभाई पटेल:

:परिचय-

o    सरदार पटेल का जन्म 31 अक्तूबर, 1875 को नाडियाड गुजरात में हुआ था।

o    वे भारत के प्रथम गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री थे।

o    भारतीय राष्ट्र को एक संघ बनाने (एक भारत) तथा भारतीय रियासतों के एकीकरण में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका थी।

· यह विचारधारा अभी भी आत्मनिर्भर भारत पहल में परिलक्षित होती है जो भारत को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करती है।

o    आधुनिक अखिल भारतीय सेवा प्रणाली की स्थापना के कारण उन्हें 'भारत के सिविल सेवकों के संरक्षक संतके रूप में भी याद किया जाता है।

§  प्रमुख योगदान:

o    उन्होंने शराब के सेवन, छुआछूत, जातिगत भेदभाव और गुजरात एवं उससे बाहर महिला मुक्ति के लिये बड़े पैमाने पर काम किया।

o    उन्होंने राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन के साथ खेड़ा सत्याग्रह (वर्षं 1918) और बारदोली सत्याग्रह (वर्ष 1928) में किसान हित को एकीकृत किया।

·         बारदोली की महिलाओं ने वल्लभभाई पटेल को 'सरदार' की उपाधि दी, जिसका अर्थ है 'प्रमुख या नेता'

o    वर्ष 1930 के नमक सत्याग्रह (प्रार्थना और उपवास आंदोलन) के दौरान सरदार पटेल ने तीन महीने कैदियों की सेवा की।

o    मार्च 1931 में पटेल ने भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस के कराची अधिवेशन (46वें सत्र) की अध्यक्षता की, जिसे गांधी-इरविन समझौते की पुष्टि करने के लिये बुलाया गया था।

§  रियासतों का एकीकरण:

o    सरदार पटेल ने लगभग 565 रियासतों को भारतीय संघ में शामिल करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।

o    उन्होंने नवाब द्वारा शासित जूनागढ़ और निज़ाम द्वारा शासित हैदराबाद की रियासतों को जोड़ने के लिये बल का प्रयोग किया था, ये दोनों अपने-अपने राज्यों का भारत संघ के साथ विलय नहीं होने देना चाहते थे।

o    सरदार वल्लभभाई पटेल ने ब्रिटिश भारतीय क्षेत्र के साथ-साथ रियासतों का बिखराव और भारत के बाल्कनीकरण को रोका।

o    सरदार वल्लभभाई पटेल ने रियासतों को ब्रिटिश भारतीय क्षेत्र के साथ एकजुट कियाजिससे भारत को खंडित होने से रोका गया।

·         उन्हें भारतीय रियासतों के एकीकरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने और रियासतों के भारतीय संघ के साथ गठबंधन करने हेतु राजी करने के लिये "भारत के लौह पुरुष" के रूप में जाना जाता है।

§  देहांत-

o    15 दिसंबर, 1950 को बॉम्बे में।












पुस्तकालय रिफाइनरी नगर मथुरा

LIBRARY ACTIVITIES

शिक्षक दिवस समारोह 5 सितम्बर 2024

केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में दिनांक 05 सितम्बर 2024 को शिक्षक दिवस समारोह आयोजित किया गया ।  शिक्षक देश के भविष्य और युवाओं के ...