Wednesday, March 30, 2022

Pariksha Pe Charcha 2022

 

Pariksha Pe Charcha 2022

             माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, एक अप्रैल 2022 को ‘परीक्षा पे चर्चा’ (पीपीसी) के दौरान विद्यार्थी,शिक्षक और अभिभावक से चर्चा करेंगे. इसके लिए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पीएम मोदी ने कार्यक्रम में परीक्षा का उत्सव मनाने का आह्वान किया है. इस कार्यक्रम का आयोजन एक अप्रैल को नयी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होगा. बता दें कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान प्रधानमंत्री छात्रों से संवाद करते हैं. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय पिछले चार साल से इसका आयोजन कर रहा है.

स्कूल और कॉलेज के छात्रों के साथ प्रधानमंत्री के इस संवाद कार्यक्रम का पहला संस्करण यहां तालकटोरा स्टेडियम में 16 फरवरी, 2018 को आयोजित किया गया था. इसके बाद पीपीसी के दूसरे और तीसरे संस्करण का आयोजन नयी दिल्ली में एक संवादात्मक ‘टाउन-हॉल’ प्रारूप में आयोजित किए गए थे. जबकि चौथा संस्करण पिछले साल सात अप्रैल को ऑनलाइन आयोजित किया गया था. वहीं इस साल ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के पांचवें संस्करण का आयोजन 1 अप्रैल 2022 को तालकटोरा स्टेडियम में किया जाएगा.

पीपीसी 2022 के लिए 12.12 लाख से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इस वर्ष के पीपीसी के लिए 2.71 लाख से अधिक शिक्षकों ने भी रजिस्ट्रेशन कराया है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया है कि इस कार्यक्रम में मोदी छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्ति के तरीके बताएंगे. प्रधान ने ट्वीट किया, “हर युवा जिस संवाद का इंतजार कर रहा है वह एक अप्रैल 2022 को होगा. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से तनाव को कम करने और परीक्षा में सफल होने के तरीके जानिए और सलाह लीजिये. परीक्षा योद्धा, माता पिता और शिक्षक पीपीसी 2022 के लिए तैयार हो जाइये.”

पीएम मोदी ने किया ट्वीट-
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा कि ‘‘परीक्षा पे चर्चा एक संवाद होता है और यह हम सभी को परीक्षाओं, पढ़ाई, जीवन एवं अन्य विषयों संबंधी विभिन्न पहलुओं पर बात करने का अवसर देता है…’’

एक अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा के लाइव प्रसारण की तैयारी केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर,मथुरा द्वारा प्रारंभ कर दी गई है। इस संदर्भ में विद्यालय प्राचार्य श्री एस०के० अग्निहोत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री परीक्षा पर चर्चा के पांचवें संस्करण के दौरान दुनिया भर के छात्रों, शिक्षकों ओर अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे। परीक्षा पर चर्चा एक बहुत बड़ी बात है । यह प्रतीक्षित वार्षिक कार्यक्रम है जिसमें प्रधानमंत्री एक जीवंत कार्यक्रम में अपनी अनूठी आकर्षण शैली में छात्रों द्वारा परीक्षा के तनाव संबंधित क्षेत्रों से संबंधित सवालों के जवाब देते हैं। जिससे बच्चे काफी प्रभावित होते हैं।

देश के कोरोना महामारी से बाहर आने और परीक्षाओं के आफलाइन मोड में जाने के मद्देनजर इस वर्ष की पीपीसी के महत्व को रेखांकित किया। 21वीं सदी की ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के निर्माण में पीपीसी जैसे पहलुओं के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि पीपीसी एक औपचारिक संस्था बन रही है। जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री सीधे छात्रों से बातचीत करते हैं। बच्चों को दूरदर्शन चैनल के अलावा यू-ट्यूब एवं अन्य माध्यमों के तहत प्रधानमंत्री की बातों को सुनाया एवं दिखाया जाएगा। इस अवसर पर विद्यालय में सभी शिक्षक,कर्मचारी,विद्यार्थी एवं अभिभावक 1 अप्रैल 2022 को आमन्त्रित हैं



·              पुस्तकालय,केन्द्रीय विद्यालय क्रं02,मथुरा

Tuesday, March 8, 2022

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च)

 




अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-

    आज केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (मार्च) के अवसर पर उन सभी महिलाओं को नमन और याद करता है जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित किए तथा समाज एवं देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया

        अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) केवल एक दिन नहीं है, बल्कि आधी आबादी की पूरी कहानी को जश्न के रूप में मनाने का दिन होता है।ये दिन महिलाओं को समर्पित है। आज आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल हर क्षेत्र महिलाओं की उपलब्धियों से भरा हुआ है। ये दिन इन्हीं उपलब्धियों को सलाम करने का दिन है। इसके अलावा इन दिन का मकसद महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरुकता फैलाना भी है ताकि उन्हें उनका हक मिल सके और वह पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।

      इस दिन न केवल महिलाएं अपनी खुशी जाहिर करती हैं, बल्कि हर पुरुष भी उनका आदर - सत्कार और उन्हें प्रोत्साहित करता है, ताकि समाज में लिंग भेदभाव ना हो। धरती से लेकर पाताल तक हर क्षेत्र के निर्माण में महिलाओं का अतुलनीय योगदान रहा है। महिलाएं ही बिजनस, उद्यमी कार्यों और वेतनरहित श्रम के रूप में अर्थव्यवस्था में काफी बड़ा योगदान देती हैं। कॉरपोरेट्स जगत की बात करें तो आज हर बड़े पद पर महिलाओं का ही वर्चस्व है। भारत जैसे पुरुष प्रधान देश में भी महिलाओं ने अपने कौशल कार्य से अपनी अलग पहचान बनाई और साथ ही मां, बहन, बेटी, पत्नी, प्रेमिका और दोस्त के रूप में अहम् भूमिका निभाई है।

     अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सबसे पहले अमेरिका में 1909 में मनाया गया था। तब करीब 15000 महिलाओं ने न्यूयॉर्क सिटी में वोटिंग के अधिकार, काम के घंटे कम करने व बेहतर वेतन की मांग को लेकर आंदोलन किया था। 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने थीम के साथ इसे मनाना शुरू किया। इस बार की थीम है - जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो यानी मजबूत भविष्य के लिए लैंगिक समानता जरूरी है।

     यह बात सही है कि महिलाएं हर क्षेत्र में परचम लहरा रही है। लेकिन यह भी कटु सत्य है कि आज भी कई जगहों पर उन्हें लैंगिक असमानता, भेदभाव झेलना पड़ता है। कन्या भ्रूण हत्या के मामले आज भी आते हैं। महिला के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में हमारा यह कत्तर्व्य है हम महिलाओं की स्थिति समाज में बेहतर बनाने को लेकर प्रयासरत रहने का संकल्प लें। 

  • पुस्तकालय,केन्द्रीय विद्यालय क्रं02,मथुरा






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शिक्षक दिवस समारोह 5 सितम्बर 2024

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