Sunday, January 30, 2022


 राष्ट्रपिता महात्मा गांधी यानि मोहनदास करमचंद गांधी भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनीतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। राजनीतिक और सामाजिक प्रगति की प्राप्ति हेतु अपने अहिंसक विरोध के सिद्धांत के लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हुई। 

महात्मा गांधी के पूर्व भी शांति और अहिंसा के बारे में लोग जानते थे, परंतु उन्होंने जिस प्रकार सत्याग्रह, शांति व अहिंसा के रास्तों पर चलते हुए अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया, उसका कोई दूसरा उदाहरण विश्व इतिहास में देखने को नहीं मिलता। तभी तो संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी वर्ष 2007 से गांधी जयंती को ‘विश्व अहिंसा दिवस’ के रूप में मनाए जाने की घोषणा की है। 
 गांधी जी के बारे में प्रख्यात वैज्ञानिक आइंस्टीन ने कहा था कि- 'हजार साल बाद आने वाली नस्लें इस बात पर मुश्किल से विश्वास करेंगी कि हाड़-मांस से बना ऐसा कोई इंसान भी धरती पर कभी आया था।
विश्व पटल पर महात्मा गांधी सिर्फ एक नाम नहीं अपितु शांति और अहिंसा का प्रतीक हैं। ऐसे महान व्यक्तित्व के धनी महात्मा गांधी की 30 जनवरी, 1948 को नई दिल्ली के बिड़ला भवन में नाथूराम गोडसे द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई।
30 जनवरी गांधी जी की पुण्यतिथि को सभी देशवासी शहीद दिवस के रूप मनाते है। 
  पुस्तकालय, केन्द्रीय विद्यालय 02,मथुरा ।

Wednesday, January 26, 2022

गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।


आप सभी को विद्यालय परिवार की तरफ से 73वें गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई

जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है

आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्यूंकि

सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है….

स्वतन्त्र भारत के नागरिकों के लिए 15 अगस्त और 26 जनवरी दोनों ही दिन बहुत विशेष हैं| इस दिन शहीदों की कुर्बानी को याद किया जाता है और वतन पर जान देने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी जाती है| ये दिन देश भक्तों के नाम है जिन्होंने हँसते हुए फांसी का फंदा चूम लिया ताकि हम लोग आजाद हिंदुस्तान में सांस ले सकें|

उन शहीदों को दिल से सलाम जिन्होंने अपने घर, परिवार और अपने प्राणों की चिंता ना करते हुए अपना सब कुछ देश के लिए न्यौछावर कर दिया और भारत माता को अंग्रेजी बेड़ियों से मुक्त कराया| हम उन शहीदों को दिल से नमन करते हैं और सौगंध लेते हैं कि उनका बलिदानन व्यर्थ नहीं जायेगा, हम भी अपने प्राणों की चिंता किये बगैर इस मातृभूमि की रक्षा करेंगे |

जय हिन्द जय भारत जय संविधान।🇮🇳

     पुस्तकालय, के o वि o,रिफाइनरी नगर,मथुरा

Monday, January 24, 2022

राष्ट्रीय बालिका दिवस(24 जनवरी)

 


राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) भारत में हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है. इसकी शुरुआत महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने साल 2008 में की थी. इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें सेव द गर्ल चाइल्ड, चाइल्ड सेक्स रेशियो और बालिकाओ के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षित वातावरण बनाने सहित जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं. राष्ट्रीय बालिका दिवस को मनाने के लिए 24 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि इसी दिन साल 1966 में इंदिरा गांधी ने भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी.

कन्या भ्रूण हत्या की वजह से लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या कम है. लड़कियों की साक्षरता दर भी एशिया में सबसे कम है. एक सर्वे के अनुसार, भारत में 42 फीसदी लड़कियों को दिन में एक घंटे से कम समय मोबाइल फोन इस्तेमाल की इजाजत दी जाती है. अधिकांश अभिभावकों को यह लगता है कि मोबाइल फोन ‘असुरक्षित’ है और ये उनका ध्यान भंग करते हैं.

राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य -
-लोगों के बीच लड़कियों के अधिकार को लेकर जागरूकता पैदा करना और लड़कियों को नया अवसर मुहैया कराना

-यह सुनिश्चित करना कि हर लड़की को मानवीय अधिकार मिले

-लैंगिक असमानता को लेकर जागरूकता पैदा करना

-बालिकाओं की समस्या का समाधान

-महिलाओं को समाज में जिन असमानताओं का सामना करना पड़ता है, उन सभी से छुटकारा

राष्ट्रीय बालिका दिवस का महत्व
भारत सरकार ने समाज में समानता लाने के लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत की है. इस अभियान का उद्देश्य देशभर की लड़कियों को जागरूक करना है. साथ ही लोगों को यह बताना है कि समाज के निर्माण में महिलाओं का समान योगदान है. इसमें सभी क्षेत्रों के लोगों को शामिल किया गया है. उन्हें जागरुक किया गया है कि लड़कियों को भी निर्णय लेने का अधिकार होना चाहिए.

क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय बालिका दिवस
समाज में लड़कियों की स्थिति में सुधार के लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है. महिलाओ को अपने घरों, कार्यस्थलों और दैनिक जीवन में कई प्रकार के भेदभाव का सामना करना पड़ता है. लड़कियों की स्थितियों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए इस दिन देशभर में कई कार्यक्रम और अभियान चलाए जाते हैं.

भारत में प्रत्येक बालिका के कुछ अधिकार हैं-
-लिंग भेदभाव के लिए अल्ट्रासाउंड परीक्षणों का उपयोग करना अवैध है.

-बाल विवाह पर प्रतिबंध है.

-राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाओं की शुरुआत की गई है.

-सरकार ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना शुरू की है.

-पिछड़े वर्ग की लड़कियों के लिए ओपन लर्निंग सिस्टम का बंदोबस्त.

-ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों  
के लिए बेहतरीन आजीविका सुनिश्चित करने के मकसद से कई स्वंय सहायता समूह काम कर रहे हैं.

राष्ट्रीय बालिका दिवस 2022 की थीम

हर साल राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम अलग होती है। बालिका दिवस साल 2021 की थीम 'डिजिटल पीढ़ी, हमारी पीढ़ी' थी। साल 2020 में बालिका दिवस की थीम 'मेरी आवाज, हमारा समान भविष्य' थी। साल 2022 बालिका दिवस की थीम की घोषणा फिलहाल नहीं हुई है।

दुश्मनों का मुकाबला डट के कर सकती है ‘बेटी’
मत बांधों बेड़ियों में ऊंची उड़ान भर सकती है ‘बेटी’

राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं…

पुस्तकालय,केन्द्रीय विद्यालय क्रं02,मथुरा

Saturday, January 22, 2022

KENDRIYA VIDYALAYA MRN MATHURA






Subhash Chandra Bose Quiz-
23rd January will be celebrated as 125th Birth Anniversary of Netaji Subhash Chandra Bose(Freedom Fighter). Some Activities is to be conducted on the occasion .Quiz Competition on Biography of Netaji Subhash Chandra Bose on 20 to 23 .01. 2022. Lets check your knowledge about Netaji Subhash Chandra Bose.

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Saturday, January 15, 2022

100-Day Reading Campaign


    



    
 Union Education Minister Dharmendra Pradhan launched a 100-day reading campaign 'Padhe Bharat' on Saturday.

The launch of the 100 Days Reading Campaign is in alignment with the National Education Policy (NEP) 2020 which lays emphasis on the promotion of joyful reading culture for children by ensuring the availability of age-appropriate reading books for children in local/mother tongue/regional/tribal language.

The Minister while launching the campaign has underlined the importance of reading that children need to develop to ensure continuous and lifelong learning. He also reinforced that the habit of reading, if inculcated at an early age, helps in brain development and enhances imagination and provide a conducive learning environment for children.

Pradhan emphasized that reading is the foundation of learning, which motivates students to read books independently, develops creativity, critical thinking, vocabulary and the ability to express both verbally and in writing. "It helps children to relate to their surroundings and real life situation," he added. He stressed on the need to create an enabling environment in which students read for pleasure and develop their skills through a process that is enjoyable and sustainable and which remains with them for life.

Pradhan shared the names of the five books that he has picked to begin reading. He encouraged everyone to adopt the habit of reading books and urged all to share what they are reading along with suggestions, the official release said.

Padhe Bharat campaign will focus on children studying in Balvatika to Grade 8. The reading campaign will be organized for 100 days (14 weeks) starting from January 1, 2022, to April 10, 2022. The reading campaign aims to have the participation of all stakeholders at the national and state level including children, teachers, parents, community, educational administrators etc. One activity per week per group has been designed with the focus on making reading enjoyable and build a lifelong association with the joy of reading. This campaign has also been aligned with the vision and goals of the foundational Literacy and Numeracy mission.

The 100 days reading campaign will also focus on Indian languages including mother tongue/local/regional languages. It is in this regard, February 21 which is celebrated as International Mother Tongue Day, has also been integrated with this campaign. This day will be celebrated with the activity of Kahani Padho Apni Bhasa Main (Reading story in own language) across the country by encouraging children to read in their mother tongue/local language. This will help in promoting the local language and culture of our society.

Hence, 100 days Reading Campaign is envisaged to support and encourage students, along with their schools, teachers, parents, and communities, in every possible way and encourage children to read for a joyful learning experience. 

LIBRARY, KV, MRN, MATHURA

Wednesday, January 12, 2022

राष्ट्रीय युवा दिवस(१२ जनवरी )

 

स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन राष्ट्रीय युवा दिवस पर शुभकामनाएं -

आज राष्ट्रीय युवा दिवस है। युवाओं के सबसे बड़े प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद के जन्म-दिवस 12 जनवरी को हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। तारीख 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में जन्मे स्वामी विवेकानंद (मूल नाम - नरेंद्रनाथ दत्ता) को विश्व भर में सर्वाधिक प्रसिद्ध दार्शनिकों एवं माँक में से एक माना जाता है। स्वामी विवेकानंद के विचारों एवं आदर्शों को युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हुए भारत सरकार द्वारा वर्ष 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाये जाने की घोषणा की गयी थी। इसके बाद वर्ष 1985 से हर वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर मनाया जाता है।

स्वामी विवेकानंद के प्रेरित करने वाले युवाओं को संदेश-

दर्शनशास्त्र, धर्म, साहित्य, वेद, पुराण और उपनिषद की बेहद अच्छी जानकारी रखने वाले समाज सुधारक और आध्यात्मिक गुरू, स्वामी विवेकानंद युवाओं को अपने सामर्थ्य के सही इस्तेमाल पर अत्यधिक बल देते थे। विवेकानंद युवाओ को संदेश दिया कि वे अपना कम्फर्ट जोन से बाहर निकलें और जो भी वो पाना चाहते हैं उसके लिए प्रयास करके उसे प्राप्त करें। वैसे तो स्वामी विवेकानंद द्वारा युवाओं के लिए कई प्रेरणादायक वक्तव्य दिये हैं, इनमें से कुछ लोकप्रिय कथन निम्नलिखित हैं:-

§  जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते।

§  उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए।

§  मेरा विश्वास युवा पीढ़ी, आधुनिक पीढ़ी में है। वे सिंह की भांति सभी समास्याओं से लड़ सकते हैं।

§  मेरे साहसी युवाओं, यह विश्वास रखो कि तुम ही सब कुछ हो – महान कार्य करने के लिए इस धरती पर आए हो। चाहे वज्र भी गिरे, तो भी निडर हो खड़े हो जाना और कार्य में लग जाना। साहसी बनो।

§  जब लोग तुम्हे गाली दें तो तुम उन्हें आशीर्वाद दो। सोचो, तुम्हारे झूठे दंभ को बाहर निकालकर वो तुम्हारी कितनी मदद कर रहे हैं।

25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन-

वर्ष 2022 के राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित किये जा रहे 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सुबह 10.30 बजे से किया जाएगा। इसके साथ ही पीएम राष्ट्र को संबोधित भी करेंगे। मंत्रालय द्वारा 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का थीम ‘सक्षम युवा - सशक्त युवा’ घोषित किया गया है। इस अवसर पर भारत के हर जिले में युवाओं को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करना, प्रज्वलित करना, एकजुट करना और सक्रिय करना के उद्देश्यों से कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

सीबीएसई ने की स्कूलों से राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की अपील-

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने भी देश भर के सम्बद्ध सभी स्कूलों से अपील की है कि वे राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर स्वामी विवेकानंद को समर्पित विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम, सभा, वाद-विवाद या भाषण ऑनलाइन/ऑफलाइन मोड में आयोजित करें।

पुस्तकालय,के०वि०,रिफाइनरी नगर,मथुरा


Monday, January 10, 2022


विश्व हिंदी दिवस👉1975 में आयोजित पहले  सम्मेलन की वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए, विश्व हिंदी दिवस प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। पहले विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। 1975 से विभिन्न देशों जैसे मॉरीशस, यूनाइटेड किंगडम, त्रिनिदाद और टोबैगो, संयुक्त राज्य अमेरिका ने विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया है। 10 जनवरी 2006 को पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था और तभी से इसे वैश्विक भाषा के रूप में प्रचारित करने के लिए 10 जनवरी को विशेष दिवस मनाया जाता है।

LIBRARY ACTIVITIES

कक्षा 12वीं का विदाई समारोह

    केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज दिनाँक 07/02/2025 (शुक्रवार) को विदाई समारोह का आयोजन बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ किया ...