पुस्तकालय,केंद्रीय विधालय रिफानरी नगर मथुरा द्वारा विश्व पृथ्वी दिवस की विद्यालय परिवार के सभी सदस्य को बधाई।💐💐
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पूरी दुनिया में साल में दो दिन पृथ्वी दिवस मनाया जाता है (21 मार्च और 22 अप्रैल) लेकिन, 1970 से हर साल 22 अप्रैल को मनाए जाने वाले विश्व पृथ्वी दिवस का सामाजिक तथा राजनीतिक महत्व है। वैसे तो 21 मार्च को मनाए जाने वाले 'इंटरनेशनल अर्थ डे' को संयुक्त राष्ट्र का समर्थन हासिल है, लेकिन इसका वैज्ञानिक तथा पर्यावरण संबंधी महत्व ही है।
इसे उत्तरी गोलार्ध के वसंत तथा दक्षिणी गोलार्थ के पतझड़ के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। लेकिन, दुनिया के अधिकांश देशों में अब 22 अप्रैल को ही 'वर्ल्ड अर्थ डे' मनाया जाने लगा। दरअसल, यह दिवस अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन की दिमाग की उपज है जो कई वर्षों से पर्यावरण को सभी के लिए एक राह खोजने में लगे थे। वैसे तो ऐसे कई तरीके हैं जिससे हम अकेले और सामूहिक रूप से धरती को बचाने में योगदान दे सकते हैं।
किसी राष्ट्र के लिए मानव जीवन के उपयुक्त भूमि तो किसी के लिए रखने, खाने और सोने के लिए धरती है यह लेकिन भारतीय संस्कृति के अनुसार यह पृथ्वी ही हमारी माँ है ।
क्योंकि किसी भी जीव का जन्म तो माँ के द्वारा हो जाता है
लेकिन उसका पालन पोषण धरती माता ही करती हैं।
जन्म से लेकर मृत्यु तक,सुबह से लेकर शाम तक जीव जो भी क्रिया करता है वह सब इसी पृथ्वी पर करता है इसलिए इसकी महत्ता लोगो मे बनी रहे इसी उद्देश्य से मनाए जाने वाली *विश्व पृथ्वी दिवस* की हार्दिक बधाई।
वर्तमान विश्व पृथ्वी दिवस की परिकल्पना 1969 में अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन ने किया था
जिसे 1970 में विश्व पर्यावरण संरक्षण के द्वारा घोषित किया गया।
उस समय केवल 27 देशों ने इसे स्वीकृत किया।
1990 में इसे 192 देशों ने मानना शुरू कर दिया ।
आज पूरी दुनिया 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाती है।
जीव की परिकल्पना बिना पृथ्वी के सम्भव नहीं है।
क्योंकि जल,वायु और भोजन इसी ग्रह पर सम्भव है। इसलिए हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है।
World Earth Day Theme 2023
पृथ्वी दिवस 2023 की थीम: हर साल चुनौतियों को ध्यान में रख कर अर्थ डे के लिए एक खास थीम रखी जाती है और उस थीम के अनुसार टारगेट अचीव करने का प्रयास किया जाता है। इस बार विश्व पृथ्वी दिवस की थीम 'इन्वेस्ट इन अवर प्लैनेट' (Invest in Our Planet) है।
पुस्तकालय,केंद्रीय विधालय रिफानरी नगर मथुरा
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