Friday, December 15, 2023

केन्द्रीय विद्यालय संगठन स्थापना दिवस


 केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में शुक्रवार(15/12/2023) को केन्द्रीय विद्यालय संगठन का 60 वां स्थापना दिवस हीरक जयंती के रूप में बडी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य श्री संजय कुमार शर्मा जी ने विद्या की देवी मॉ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारभ किया।

उन्होंने इस अवसर पर कहा कि हमारा लक्ष्य दक्षता आधारित एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केन्द्रित शिक्षण प्रणाली द्वारा छात्रों का सर्वागीण विकास करना है। शिक्षा के क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय ने इस दौरान कई नए कीर्तिमान स्थापित किये हैं। केन्द्रीय विद्यालय का नाम शिक्षकों के कठिन परिश्रम और छात्रों के बेहतर प्रदर्शन से आज प्रसिद्ध है। शिक्षण संस्थानों में सर्वोपरि है। देश में सन 1963 में 20 केन्द्रीय विद्यालयों से स्थापित यह संगठन आज 1250 से अधिक केन्द्रीय विद्यालयों के साथ देश तथा विदेश में 14 लाख से अधिक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा हैं।

कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने भारत का स्वर्णिम गौरव केन्द्रीय विद्यालय लाएगा समूह गीत गाकर छात्रों और अध्यापकों को गौरवान्वित किया। इस अवसर पर अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। जिसमें समस्त शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने हर्षोल्लास के साथ भाग लिया।



पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 


Thursday, December 14, 2023

वार्षिक खेलकूद दिवस 2023



      केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में गुरुवार(14/12/2023) को वार्षिक खेलकूद दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वंदना एवं  मधुर स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। खुशी और उल्लास की अभिव्यक्ति को चिह्नित करने के लिए गुब्बारे छोड़े गए। विद्यालय के बच्चों ने समूह नृत्य की रंगारंग प्रस्तुति द्वारा उपस्थित अभिभावकों का मन मोह लिया। इसके बाद पुरस्कार वितरण में विभिन्न स्पर्धाओं के विजेताओं को प्रमाण पत्र दिए गए। इस दौरान विद्यालय के प्राचार्य श्री संजय कुमार शर्मा जी ने कहा कि खेलकूद हमारे जीवन में आवश्यक है और स्वस्थ जीवन के लिए खेलना और व्यायाम अति आवश्यक है। बिना खेल के जीवन में उन्नति नहीं हो सकती। इस अवसर पर विद्यालय के शारीरिक शिक्षक,गेम कोच व योग शिक्षक एवं सभी  शिक्षकों ने अपना-अपना योगदान दिया। मिष्ठान वितरण के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।




पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 

Monday, December 11, 2023

भारतीय भाषा उत्सव 2023

केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज बड़े ही उत्साह के साथ भारतीय भाषा उत्सव (11 दिसम्बर 2023) मनाया गया।
     भारतीय भाषा उत्सव के अन्तर्गत विद्यालय में सप्ताहवार थीम पर आधारित विभिन्न कार्यक्रमों/गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसका समापन महान राष्ट्रवादी तमिल कवि श्री सुब्रमण्यम भारती जी की जयन्ती के अवसर पर दिनांक 11 दिसम्बर, 2023 को किया गया। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत बहुभाषी विषय को गति प्रदान करने के लिये विद्यालय में दिनांक 11 दिसंबर 2023 को बहुभाषी उत्सव (Multilingual Festival) का आयोजन किया गया।

शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के उक्त पत्र द्वारा निर्देशित किया गया है कि यदि दिनांक 11 दिसम्बर, 2023 को विद्यालय स्तर पर कोई परीक्षा पूर्व से निर्धारित है, तो उसे किसी अन्य दिवस में समायोजित किया जाये। साथ ही समस्त संस्थानों, बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों एवम् जनसमुदाय की भागीदारी के साथ एक दिवसीय उत्सव का आयोजन किया जायेगा। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के उक्त संदर्भित पत्र द्वारा बच्चों की रचनात्मक प्रतिभा को परिलक्षित किये जाने के उद्देश्य से विद्यालय स्तर पर निम्नवत् गतिविधियों का आयोजन कराये जाने का सुझाव दिया गया था।

💠कार्यक्रम का शुभारम्भ सिग्नेचर कैम्पेन (मातृभाषा में हस्ताक्षर) से किया जा सकता है, जिसके अन्तर्गत “मेरी मातृभाषा में मेरे हस्ताक्षर” कैम्पेन इत्यादि का आयोजन किया जाना।

💠बहुआयामी एवम् बहुभाषी सांस्कृतिक कार्यक्रम, जैसे-लघु नाटक / कहानी, प्रश्नोत्तरी, पहेलियाँ, कहानियाँ,नृत्य, गीत इत्यादि का आयोजन विविध भाषाओं में किया जाना।

💠विभिन्न प्रकार के भाषायी खेल (Language Game), गीत, नृत्य और अन्य कलात्मक प्रदर्शनी तथा प्रतियोगिताओं, सेमिनार, कार्यशाला एवं वाद-विवाद आदि का आयोजन किया जाना। विविध भाषाओं में प्रेरक फिल्मों एवं लघु फिल्मों का बच्चों के समक्ष प्रस्तुतीकरण किया जाना।

💠बच्चों को विविध भारतीय भाषाओं से परिचित कराया जाये, जिससे कि बच्चे अन्य भाषाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।

💠नुक्कड़ नाटक, लोकोक्तियां एवम् अन्य रचनात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना।

विद्यालय में 75 दिनों तक चलने वाले भारतीय भाषा महोत्सव में उक्त सभी कार्यक्रम आयोजित किए गए।












पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 

Sunday, November 26, 2023

संविधान दिवस (26 नवम्बर 2023)


     केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज बड़े ही उत्साह के साथ संविधान दिवस (26 नवम्बर 2023) मनाया गया साथ ही साथ सविंधान की प्रस्तावना को पढ़कर शपथ लिया गया। इस अवसर पर प्राचार्य श्री संजय कुमार शर्मा जी ने संविधान दिवस आज के ही दिन क्यों मनाया जाता है तथा इसके मनाए जाने के महत्व के बारे में जानकारी दी।

26 नवंबर को संविधान दिवस है, जिसे पूरे देश में मनाया जा रहा है। हमारे भारतीय संविधान को अपनाए जाने की याद में हर साल 26 नवंबर को देश में संविधान दिवस के तौर मनाया जाता है। वर्ष 1949 में संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को 26 नवंबर को ही अपनाया गया गया था। हालांकि, इसे 26 जनवरी 1950 से पूरे देश में लागू किया गया था। वहीं, केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर 2015 को घोषणा की थी कि 26 नवंबर को हर साल संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इसके बाद से हर साल संविधान दिवस को इस दिन मनाया जाता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें राष्ट्रीय संविधान दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस और भारतीय संविधान दिवस के नाम से भी जाना जाता है। इसलिए इसकी प्रस्तावना से लेकर इसके लिखे जाने और लागू होने तक की पूरी कहानी और कुछ तथ्य इस अवसर पर स्टूडेंट्स को पता होने चाहिए। इसलिए हम आपको यहां इसकी संक्षिप्त जानकारी दे रहे हैं।

बता दें कि 26 नवंबर 1949 को देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को विधिवत रूप से स्वीकार किया था, लेकिन इसे स्वीकार किए जाने के दो महीने बाद यानी 26 जनवरी 1950 को इस संविधान को लागू किया गया था। इसी कारण 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारत के संविधान का इतिहास-

हमारा संविधान दुनियाभर के 60 लोकतांत्रिक देशों के संविधान का मिश्रण है। इसे तैयार करने में करीब 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था। वहीं अंतिम रूप देने से पहले इसमें 2000 से अधिक संशोधन किए गए थे। भारतीय संविधान के बारे में कहा जाए तो यह बहुत लंबा संविधान है। इसे दुनिया का लंबा संविधान कहा जाता है।

अपने मूल रूप में भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद, 22 खण्ड और 8 अनुसूचियां हैं। हमारे संविधान में कुल 1,45,000 शब्द हैं, जो कि पूरे विश्व में सबसे लंबा अपनाया गया संविधान है। हालांकि, इस समय हमारे संविधान में 470 अनुच्छेद, 25 खण्ड और 12 अनुसूचियों के साथ-साथ 5 परिशिष्ट भी हैं।

संविधान दिवस मनाने का उद्देश्य-

दरअसल सबसे पहले सोशल जस्टिस एंड एम्पावरमेंट मंत्रालय ने 26 नवंबर के दिन को संविधान दिवस मनाने का फैसला किया, जिससे इसकी महत्व को बताया जा सके। देश के लोगों को संविधान के बारे में जागरुक करने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है। संवैधानिक मूल्यों की जानकारी देश के हर नागरिक को हो इसके लिए संविधान दिवस मनाने का फैसला हुआ था। इसलिए इस दिन स्कूल, कॉलेजों में भारत के संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा जाता है और भारत के संविधान की विशेषता एवं महत्व पर चर्चा की जाती है।

पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 

Sunday, November 19, 2023

सह-पाठयक्रम गतिविधियाँ (CCA)

 केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज दिनाँक 18 नवम्बर 2023 को सह-पाठयक्रम गतिविधियाँ (CCA) के अंतर्गत लोक नृत्य का आयोजन किया गया जिसमे विद्यालय के बच्चों ने बड़े ही उत्साह के साथ प्रतिभगिता  की तथा बहुत ही सुंदर व मनमोहक प्रस्तुति दी   साथ ही प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। स अवसर विद्यालय के प्राचार्य श्री संजय कुमार शर्मा ने  सह-पाठयक्रम गतिविधियाँ (CCA) के महत्व को रेखांकित किया एवं प्रतिभागियों की सराहना कर प्रोत्साहित किया।

सह-पाठयक्रम गतिविधियाँ (CCA) बच्चों में व्यक्तित्व के सामंजस्यपूर्ण विकास को सुनिश्चित करती है। CCA औपचारिक शिक्षण अनुभवों का एक विस्तार है और शैक्षणिक गतिविधियों के पूरक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वे रुचि और भाषा कौशल, संचारी कौशल, हिस्टोरिक कौशल और बच्चे के कलात्मक कौशल को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। CCA ज्ञान प्रतिस्पर्धी भावना, मूल्य अभिविन्यास, नेतृत्व टीमवर्क और जीवन के विभिन्न अन्य पहलुओं के लिए विश्लेषणात्मक जोर को बेहतर बनाने में मदद करता है। उक्त सभी गुणों को शामिल करने के लिए, अकादमिक वर्ष के दौरान एक अच्छी तरह से योजनाबद्ध सीसीए कैलेंडर के अनुसार केविस में क्विज़, सस्वर पाठ, भाषण, भाषण, वाद-विवाद, मोनो एक्ट, फैंसी ड्रेस, लोकनृत्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। सह-पाठयक्रम गतिविधियां वरिष्ठ और कनिष्ठ स्तर पर अंतर-सदन प्रतियोगिताओं के माध्यम से अक्सर आयोजित की जाती हैं, ताकि छात्रों को योग्यता और आत्मविश्वास प्राप्त हो सके। केविस CCA के माध्यम से छात्रों को अपनी जन्मजात प्रतिभा और क्षमताओं को विकसित करने के पर्याप्त अवसर प्रदान कर रहा है। इसके अलावा, विद्यालय में इको, साहित्य, विज्ञान, गणित, सांस्कृतिक, कला, संगीत, पाठक, स्वास्थ्य और कल्याण और हिंदी क्लब जैसे विभिन्न क्लब भी अपने विशेष क्षेत्र में छात्रों को समृद्ध करने के लिए कई आयोजन करते हैं। इसके अलावा, एक छत के नीचे केन्द्रीय विद्यालय परिवार राष्ट्रीय एकीकरण नीति को बढ़ावा देता है, क्षेत्रीय और धार्मिक त्योहारों को अनोखे सिद्धांत और एकता की भावना के लिए मनाता है।

पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 

Tuesday, November 14, 2023

बाल दिवस (14 नवम्बर 2023)


     केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज बड़े ही उत्साह के साथ बाल दिवस (14 नवम्बर 2023) मनाया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा पं० जवाहर लाल नेहरू के वक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार व्यक्त किया गया साथ ही इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा बहुत ही सुंदर व मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
भारत में प्रत्येक वर्ष 14 नवंबर, को बाल दिवस (Bal Diwas) के रूप में मनाया जाता है। 14 नवंबर 1889 को जन्मे भारत के भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। 
पंडित जवाहर लाल नेहरू को बच्चों से अत्यधिक लगाव था और वे इन्हे देश का भविष्य समझते थे। बच्चे प्यार से पंडित नेहरू को चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। बच्चों के प्रति उनके लगाव को और स्नेह के कारण ही प्रत्येक वर्ष उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। 
चाचा नेहरू ने कहा था कि बच्चे देश का भविष्य हैं इसलिए जब तक वे अपने पैरों पर खड़े न हो जाएं तब तक उन्हें प्यार और देखभाल करना जरूरी है। इसे स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षकों और छात्रों द्वारा बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। अधिकांश विद्यालयों में बाल दिवस पर निबंध लेखन, भाषण प्रतियोगिता और विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 
यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (UNGA) द्वारा बाल अधिकारों की घोषणा की गई थी, जिसके बाद 1954 में पहली बार 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस मनाने की शुरुआत में हुई। विश्व भर में अलग-अलग तारीखों पर बाल दिवस मनाया जाता है लेकिन भारत में 14 नवंबर को बाल दिवस का आयोजन किया जाता है। 







पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 

Saturday, November 4, 2023

सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन


         केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा द्वारा नवम्बर माह में सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन बड़े ही उत्साह के साथ किया जा रहा है । इस कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय के बच्चों ने समीप के गाँव धानातेजा,मथुरा जाकर भ्रष्टाचार पर नुक्कड़ नाटक कर लोगों को जागरूक कर भ्रष्टाचार से सतर्क रहने का सन्देश दिया।
 भ्रष्टाचार का तात्पर्य एक प्रकार की आपराधिक गतिविधि या बेईमानी से है। यह किसी व्यक्ति या समूह द्वारा किये गये बुरे कृत्य को संदर्भित करता है। सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि यह अधिनियम दूसरों के अधिकारों और विशेषाधिकारों से समझौता करता है। इसके अलावा, भ्रष्टाचार में मुख्य रूप से रिश्वतखोरी या गबन जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। हालाँकि,  भ्रष्टाचार कई तरह से हो सकता है। संभवतः, प्राधिकारी पदों पर बैठे लोग भ्रष्टाचार के प्रति संवेदनशील होते हैं। भ्रष्टाचार निश्चित रूप से लालची और स्वार्थी व्यवहार को दर्शाता है।

भ्रष्टाचार के तरीके

सबसे पहले, रिश्वतखोरी भ्रष्टाचार का सबसे आम तरीका है। रिश्वतखोरी में व्यक्तिगत लाभ के बदले में उपकार और उपहारों का अनुचित उपयोग शामिल है। इसके अलावा, एहसानों के प्रकार भी विविध हैं। सबसे बढ़कर, उपकारों में धन, उपहार, कंपनी के शेयर, यौन उपकार, रोजगार, मनोरंजन और राजनीतिक लाभ शामिल हैं। इसके अलावा, व्यक्तिगत लाभ भी हो सकता है - प्राथमिकतापूर्ण व्यवहार देना और अपराध को नज़रअंदाज करना।

भ्रष्टाचार रोकने के उपाय

भ्रष्टाचार रोकने के लिए सख्त कानून बहुत जरूरी हैं। सबसे बढ़कर, दोषी व्यक्तियों को कड़ी सजा दिए जाने की आवश्यकता है। इसके अलावा, सख्त कानूनों का कुशल और त्वरित कार्यान्वयन होना चाहिए।

कार्यस्थलों पर कैमरे लगाना भ्रष्टाचार को रोकने का एक उत्कृष्ट तरीका है। सबसे बढ़कर, कई व्यक्ति पकड़े जाने के डर से भ्रष्टाचार में शामिल होने से बचेंगे। इसके अलावा, ये व्यक्ति अन्यथा भ्रष्टाचार में लिप्त होते।





पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यलय रिफ़ाइनरी नगर मथुरा

Tuesday, October 31, 2023

राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर 2023


     केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज बड़े ही उत्साह के साथ राष्ट्रीय एकता दिवस (31 अक्टूबर 2023) मनाया गया।
   कार्यक्रम की शुरुआत एकता की शपथ दिलाकर की गई इसके पश्चात विद्यालय के प्राचार्य श्री संजय कुमार शर्मा जी ने एकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।इन सभी कार्यक्रमों में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया।
भारत में प्रतिवर्ष 31 अक्तूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे का कारण लोगों को एकजुट करना और समाज के उत्थान के लिए उनके विचारों से अवगत कराना है। इसे पहली बार वर्ष 2014 में मनाया गया था।
31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।
इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश की एकता और अखंडता को बनाए रखना है।
भारत एक विविधता वाला देश है, जिसमें विभिन्न धर्मों, जातियों, और संस्कृतियों के लोग रहते हैं।
हमें इन विभिन्नताओं को एकता में बदलने का संकल्प लेना चाहिए।
राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
इन कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों में राष्ट्रीय एकता की भावना जागृत करना है।
राष्ट्रीय एकता दिवस हमारे लिए एक महत्वपूर्ण दिन है।
इस दिन हमें देश की एकता और अखंडता के लिए संकल्पित होना चाहिए।
भारत जैसा देश, जो विविधताओं से भरा है, जहां धर्म, जाति, भाषा, सभ्यता और संस्कृतियां, एकता को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। 
चूंकि, सरदार पटेल भारत के एकीकरण के लिए जाने जाते हैं, इसलिए राष्ट्रीय एकता दिवस उनकी जयंती (31 अक्टूबर) को हर साल मनाया जाता है।






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Monday, September 18, 2023

गणेश चतुर्थी का आयोजन


 केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में आज दिनांक 18 सितम्बर 2023 को गणेश चतुर्थी के कार्यक्रम का आयोजन बड़े ही उत्साह के साथ किया गया । कार्यक्रम में विद्यालय के बच्चों ने भगवान श्री गणेश जी से संबंधित भजन नृत्य एवं गायन किया।
1983 में लोकमान्य तिलक (सामाजिक कार्यकर्ता, भारतीय राष्ट्र वादी तथा स्वतंत्रता सेनानी) के द्वारा इस उत्सव की शुरुआत हुई। उस समय अंग्रेजी शासन से भारतीयों को बचाने के लिये एक गणेश पूजा की प्रथा बनायी।
गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र का बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व है। यह हिन्दू धर्म का एक बहुत प्रिय पर्व है। ये उत्सव पूरे भारत में बेहद भक्ति भाव और खुशी से मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी का त्योहार आने के कई दिन पहले से ही बाजारों में इसकी रौनक दिखने लगती है। यह पर्व हिन्दू धर्म का अत्यधिक मुख्य तथा बहुत प्रसिद्ध पर्व है। इसे हर साल अगस्त या सितंबर के महीने में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह भगवान गणेश के जन्म दिवस के रुप में मनाया जाता है जो माता पार्वती और भगवान शिव के पुत्र है। ये बुद्धि और समृद्धि के भगवान है इसलिए इन दोनों को पाने के लिए लोग इनकी पूजा करते है।
इस दिन सभी भक्त अपने घरों, दफ्तरों या शैक्षिक संस्थानों में गणेश जी की मूर्ति को सजाते हैं। उस दिन वहां गणेश आरती और मन्त्रों के उच्चारण के साथ उनकी पूजा की जाती है। लोग भगवान गणेश से सुख-शांति और समृद्धि की कामना करते हैं और साथ ही ज्ञान माँगते हैं। पूजा के बाद सभी लोगों को प्रसाद दिया जाता है।



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Friday, September 8, 2023

जन्माष्टमी का आयोजन

केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा मेंआज दिनांक 08 सितम्बर 2023 को  जन्माष्टमी के कार्यक्रम का आयोजन  बड़े ही उत्साह के साथ किया गया । कार्यक्रम में विद्यालय के बच्चों ने भगवान श्री कृष्ण के बाल लीलाओं पर आधारित नृत्य एवं गायन किया।

जन्माष्टमी का त्योहार जो पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है जिसे श्री कृष्ण का जन्मदिन कहा जाता है यह हिंदुओं का सुप्रसिद्ध त्यौहार है जो रक्षाबंधन के बाद भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाते हैं।

भगवान श्री कृष्ण वासुदेव और देवकी के आठवें पुत्र थे जिनका जन्म रोहिणी नक्षत्र में अष्टमी तिथि को हुआ था इस दिन चंद्रमा वृष राशि और सूर्य सिंह राशि में प्रवेश हुए थे इसलिए इसी काल में श्री कृष्ण के जन्म की खुशी मनाई जाती है और इस दिन श्री कृष्ण को मुख्य रूप से माखन मिश्री का भोग लगाते हैं।

श्री कृष्ण के जन्म से जुड़ी कथा

श्री कृष्ण को भगवान विष्णु का सबसे शक्तिशाली मानव अवतार कहा जाता है जिनका जन्म पृथ्वी से राक्षसों की बुराई खत्म करने के लिए हुआ था कहा जाता है 5200 साल पहले श्री कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था।

श्री कृष्ण का जन्म कंस नामक राजा के संरक्षण में जेल में हुआ था उनके जन्म के माता-पिता तो देवकी और वासुदेव थे परन्तु पालन-पोषण उनका नंद और यशोदा ने किया था। वासुदेव ने श्री कृष्ण का जन्म होते ही उन्हें नंद को सौंप दिया ताकि वह अपने पुत्र को कंस नामक राक्षस से बचा सके इसीलिए कृष्ण गोकुल में ही पले बढ़े और बड़े होकर श्री कृष्ण ने कंस का वध किया और इस संसार को उसके जुल्म से बचाया।

श्री कृष्ण के जन्मदिन के लिए लोग पूरा दिन उपवास रखते हैं और श्री कृष्ण के लिए विभिन्न प्रकार के भोग तैयार किए जाते हैं। जन्माष्टमी के दिन कान्हा जी की मूर्ति को दूध, घी, शहद, गंगाजल तथा तुलसी के पत्तों से बने पंचामृत से स्नान कराया जाता है।

भगवान कृष्ण के जन्म से भारतीय संस्कृति का गहरा जुड़ाव है औऱ भगवान कृष्ण ने भगवत गीता में मानव जीवन को सफल बनाने के बहुत से उपदेश दिए हैं। अतः जन्माष्टमी नामक त्योहार लोगों को बहुत भाता है जिसे बड़े ,बूढ़े और आजकल तो बच्चे भी बहुत उत्साह के साथ मनाते है।

पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 


Tuesday, September 5, 2023

शिक्षक दिवस समारोह 5 सितम्बर 2023



केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में दिनांक 05 सितम्बर 2023 को शिक्षक दिवस समारोह आयोजित किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित करके प्राचार्य श्री संजय कुमार शर्मा के द्वारा किया गया।
शिक्षक दिवस के अवसर कार्यकारी निदेशक(आईओसीएल मथुरा)/विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री अजय कुमार तिवारी जी ने वरिष्ठतम शिक्षकों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया। मंच का संचालन श्री भारत भूषण द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम के अंत में श्रीमती पूजा शर्मा ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

जीवन में सफल होने के लिए शिक्षा सबसे ज्यादा जरुरी है शिक्षक | शिक्षक देश के भविष्य और युवाओं के जीवन को बनाने और उसे आकार देने के लिये सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं | प्राचीन काल से ही गुरुओं का हमारे जीवन में बड़ा योगदान रहा है | गुरुओं से प्राप्त ज्ञान और मार्गदर्शन से ही हम सफलता के शिखर तक पहुंच सकते हैं | शिक्षक दिवस पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस दिन शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है. क्या आप जानते हैं कि शिक्षक दिवस सितम्बर को ही क्यों मनाया जाता है आइये जानते है इसके बारे में-

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर उनकी स्मृति में सम्पूर्ण भारत में सितंबर को शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) मनाया जाता है. वह एक महान शिक्षक होने के साथ-साथ स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति तथा दूसरे राष्ट्रपति थे | गुरु का हर एक के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान होता है और इसलिए कहा गया है कि-

ऐसा कहा जाता है कि गुरु अर्थात शिक्षक के बिना सही रास्तों पर नहीं चला जा सकता है. वह मार्गदर्शन करते है. तभी तो शिक्षक छात्रों को अपने नियमों में बांधकर अच्चा इंसान बनाते हैं और सही मार्ग प्रशस्त करते रहते है. इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि जन्म दाता से बढकर महत्व शिक्षक का होता है क्योंकि ज्ञान ही इंसान को व्यक्ति बनाता हैजीने योग्य जीवन देता हैं |

भारत में शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है-

इस दिन स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती हैंउत्सवकार्यक्रम आदि होते हैं. शिक्षक अपने टीचर्स को गिफ्ट देते हैं. कई प्रकार कि सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती है जिसमे छात्र और शिक्षक दोनों ही भाग लेते है. गुरु-शिष्य परम्परा को कायम रखने का संकल्प लेते हैं |

यह दिन शिक्षक और छात्रों अर्थार्थ यू कहें तो समाज के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है | इसी दिन शिक्षको को मान-सम्मान देकर उनके काम की सराहना करते है. एक शिक्षक के बिना कोई भी डॉक्टरइंजीनियर आदि नहीं बन सकता है. शिक्षा का असली ज्ञान सिर्फ एक शिक्षक ही दे सकता है |

शिक्षक दिवस को मनाने कि तिथियां अलग-अलग देशों में भिन्न हैं. क्या आप जानते हैं कि यूनेस्को ने आधिकारिक रूप में 'शिक्षक दिवसको मनाने के लिए अक्टूबर को चुना अब इसलिए 100 से अधिक देशों में यह 'शिक्षक दिवसके रूप में मनाया जाता है |

अंत में यह कहना गलत नहीं होगा कि सितंबर का दिन डॉ. राधाकृष्णन के जन्मदिन के रूप में ही नहीं बल्कि शिक्षकों के प्रति सम्मान और लोगों में शिक्षा के प्रति चेतना जगाने के लिए भी मनाया जाता है |










पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर, मथुरा 

Tuesday, August 29, 2023

राष्ट्रीय खेल दिवस (29 अगस्त)


केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में 29 अगस्त हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया गया। ध्यानचंद जी ने हॉकी में अपने परिश्रम, प्रतिभा और खेल भावना के बल पर जीवन में हर ऊँचाई को पाया जो आज भी खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणास्रोत है। मेजर ध्यानचंद जी को भारत रत्न मिलना चाहिए।
भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती पर मनाया जाता है। 1928, 1932 और 1936 में भारत के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद सिंह का आज जन्मदिन है। उन्होंने 1926 से 1949 तक अपने करियर में 570 गोल किए। ये अपने आप में बड़ी बात है। 

     आज यानी 29 अगस्त को भारत नेशनल स्पोर्ट्स डे मना रहा है। इससे एक दिन पहले यानी 28 अगस्त को भारतीय क्रिकेट टीम ने देशवासियों को झूमने का मौका दिया, जब एशिया कप 2022 में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 5 विकेट से जीत दर्ज की। भारत ही नहीं, कई और देश भी राष्ट्रीय खेल दिवस मनाते हैं, लेकिन सभी की डेट्स अलग हैं। 
राष्ट्रीय खेल दिवस विभिन्न देशों में राष्ट्रीय खेल टीमों और उन देशों की खेल परंपराओं का सम्मान करने के लिए मनाया जाने वाला एक सार्वजनिक अवकाश है। इस दिन विभिन्न आयु वर्ग के लोग कबड्डी, मैराथन, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, हॉकी और तमाम तरह के खेलों में हिस्सा लेते हैं। देशभर में खेल से जुड़ी सैकड़ों प्रतियोगिताएं होती हैं। इसके साथ-साथ कई बार खेल पुरस्कारों का भी ऐलान इसी दिन होता है। 

यह दिन देश के खेल नायकों और चैंपियनों को भी समर्पित है, जो देश को गौरवान्वित करने की दिशा में उनके योगदान और समर्पण का सम्मान करते हैं। खेल के मूल्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य के अलावा अनुशासन, दृढ़ता, खिलाड़ी भावना, टीम वर्क और बड़े पैमाने पर जनता को खेलों को लेने के लिए प्रोत्साहित करना भी इसमें शामिल है।

इसके अलावा स्पोर्ट्स डे को मनाने का एक और कारण ये है कि खिलाड़ी और युवा फिट और स्वस्थ होने के महत्व को समझें। खेल ही नहीं, बल्कि फिटनेस और स्वास्थ्य को भी अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाना है। भारत सरकार ने फुटबॉल, रनिंग, खो-खो, टेनिस, हॉकी, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, बास्केटबॉल और टेबल टेनिस के अलावा कई अन्य फन एक्टिविटीज स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थानों से आयोजित कराने का आहवान किया है।

राष्ट्रीय खेल दिवस की सभी खिलाड़ियों की हार्दिक शुभकामनाएँ।
#National Sports Day@2023


पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 

Tuesday, August 15, 2023

सभी देशवाशियों को स्वतंत्रता दिवस की @77 वीं वर्षगांठ की ढ़ेर शुभकामनाएं |


केन्द्रीय विधालय रिफानरी नगर मथुरा द्वारा आजादी की 77 वर्षगांठ पर विद्यालय परिवार के सभी सदस्य को बधाई।💐💐
स्‍वतंत्रता दिवस-
भारत का स्‍वतंत्रता दिवस हर वर्ष 15 अगस्‍त को देश भर में हर्ष उल्‍लास के साथ मनाया जाता है । यह प्रत्‍येक भारतीय को एक नई शुरूआत की याद दिलाता है। इस दिन 200 वर्ष से अधिक समय तक ब्रिटिश उपनिवेशवाद के चंगुल से छूट कर एक नए युग की शुरूआत हुई थी। 15 अगस्‍त 1947 वह भाग्‍यशाली दिन था जब भारत को ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्‍वतंत्र घोषित किया गया और नियंत्रण की बागडोर देश के नेताओं को सौंप दी गई। भारत द्वारा आजादी पाना उसका भाग्‍य था, क्‍योंकि स्‍वतंत्रता संघर्ष काफी लम्‍बे समय चला और यह एक थका देने वाला अनुभव था, जिसमें अनेक स्‍वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन कुर्बान कर दिए।

पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा 

Saturday, August 12, 2023

राष्ट्रीय पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस

 



12 अगस्त को भारत में  के रूप में मनाया जाता है

डॉ. एसआर रंगनाथन (1892-1972)

रंगनाथन, जन्म 12 अगस्त 1892 को हुआ था, ब्रिटिश एब्यूरो भारत में एक मध्यम पृष्ठभूमि से आए थे। उनका जन्म दक्षिणी भारत के तमिल राज्य के छोटे शहर सियाली (अब सिरकाज़ी के नाम से जाना जाता है) में हुआ था।
कलरनाथन ने अपना व्यावसायिक जीवन एक गणितज्ञ के रूप में शुरू किया; उन्होंने अपने गृह प्रांत मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से गणित में बीए और एमए की डिग्री हासिल की और फिर शिक्षण लाइसेंस हासिल किया। उनका लक्ष्य गणित पढ़ना था, और वह खगोलीय रूप से मैंगलोर, कोयंबटूर और मद्रास के छात्रों में गणित गणित के रहे (सभी पांच साल की अवधि के अंदर)। गणित के प्रोफेसर के रूप में, उन्होंने डॉयचे भर पत्र प्रकाशित किया, जिसमें से अधिकांश गणित के इतिहास पर थे।एक शिक्षक के रूप में उनके शिष्य में हकलाने की समस्या (रंगनाथन ने अपने पेशेवर जीवन में धीरे-धीरे एक अमीर व्यक्ति पर आस्तिक पा लिया) के कारण कुछ हद तक बाधा उत्पन्न हुई। भारत सरकार ने डॉ. के लिए पुस्तकालय विज्ञान में योगदान दिया। एसआर रंगनाथन को पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

पुस्तकालय विज्ञान के पाँचवें नियम:
• पुस्तकें उपयोग के लिए हैं
• हर पाठक अपनी किताब
• हर किताब, अपना पाठक
• पाठक का समय बचाएं
• पुस्तकालय एक बड़ा हुआ जीव है

पुस्तकालय विज्ञान के राष्ट्रीय प्रोफेसर डॉ. एस आर की याद में 12 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय पुस्तकालय प्रमुख दिवस के रूप में मनाया जाता है। रंगनाथन (1892-1972), भारत में पुस्तकालय विकास का नेतृत्व किया।

Monday, July 31, 2023

मुंशी प्रेमचंद जयंती (31 जुलाई)

आज दिनाँक 31/07/2023 को पुस्तकालय केंद्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती मना रहा हैं।
मुंशी प्रेमचंद (जन्म- 31 जुलाई, 1880 - मृत्यु- 8 अक्टूबर, 1936) भारत के उपन्यास सम्राट माने जाते हैं जिनके युग का विस्तार सन् 1880 से 1936 तक है। यह कालखण्ड भारत के इतिहास में बहुत महत्त्व का है। इस युग में भारत का स्वतंत्रता-संग्राम नई मंज़िलों से गुजरा। प्रेमचंद का वास्तविक नाम धनपत राय श्रीवास्तव था। वे एक सफल लेखक, देशभक्त नागरिक, कुशल वक्ता, जिम्मेदार संपादक और संवेदनशील रचनाकार थे। बीसवीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में जब हिन्दी में काम करने की तकनीकी सुविधाएं नहीं थीं फिर भी इतना काम करने वाला लेखक उनके सिवा कोई दूसरा नहीं हुआ।

कृतियां-
 
प्रेमचंद की कृतियां भारत के सर्वाधिक विशाल और विस्तृत वर्ग की कृतियां हैं। उन्होंने उपन्यास, कहानी, नाटक, समीक्षा, लेख, सम्पादकीय, संस्मरण आदि अनेक विधाओं में साहित्य की सृष्टि की, किन्तु प्रमुख रूप से वह कथाकार हैं। उन्हें अपने जीवन काल में ही उपन्यास सम्राट की पदवी मिल गई थी। उन्होंने कुल 15 उपन्यास, 300 से कुछ अधिक कहानियां, 3 नाटक, 10 अनुवाद, 7 बाल-पुस्तकें तथा हज़ारों पृष्ठों के लेख, सम्पादकीय, भाषण, भूमिका, पत्र आदि की रचना की। जिस युग में प्रेमचंद ने कलम उठाई थी, उस समय उनके पीछे ऐसी कोई ठोस विरासत नहीं थी और न ही विचार और न ही प्रगतिशीलता का कोई मॉडल ही उनके सामने था सिवाय बांग्ला साहित्य के। उस समय बंकिम बाबू थे, शरतचंद्र थे और इसके अलावा टॉलस्टॉय जैसे रुसी साहित्यकार थे। लेकिन होते-होते उन्होंने गोदान जैसे कालजयी उपन्यास की रचना की जो कि एक आधुनिक क्लासिक माना जाता है। 
 
पुरस्कार -
 
मुंशी प्रेमचंद की स्मृति में भारतीय डाक विभाग की ओर से 31 जुलाई, 1980 को उनकी जन्मशती के अवसर पर 30 पैसे मूल्य का एक डाक टिकट जारी किया। गोरखपुर के जिस स्कूल में वे शिक्षक थे, वहां प्रेमचंद साहित्य संस्थान की स्थापना की गई है। इसके बरामदे में एक भित्तिलेख है। यहां उनसे संबंधित वस्तुओं का एक संग्रहालय भी है। जहां उनकी एक आवक्षप्रतिमा भी है। प्रेमचंद की पत्नी शिवरानी देवी ने प्रेमचंद घर में नाम से उनकी जीवनी लिखी और उनके व्यक्तित्व के उस हिस्से को उजागर किया है, जिससे लोग अनभिज्ञ थे। उनके ही बेटे अमृत राय ने 'क़लम का सिपाही' नाम से पिता की जीवनी लिखी है। उनकी सभी पुस्तकों के अंग्रेज़ी व उर्दू रूपांतर तो हुए ही हैं, चीनी, रूसी आदि अनेक विदेशी भाषाओं में उनकी कहानियां लोकप्रिय हुई हैं। 
मुंशी प्रेमचंद की कृतियों को पढ़ने के लिए क्लिक करें 👇
पुस्तकालय केन्द्रीय विद्यालय 
रिफाइनरी नगर, मथुरा 




Wednesday, June 21, 2023

विश्व योग दिवस 21 जून 2023




पुस्तकालय,केंद्रीय विधालय रिफानरी नगर मथुरा द्वारा विश्व योग दिवस की विद्यालय परिवार के सभी सदस्य को बधाई।💐💐
विश्व योग दिवस-

विश्व योग दिवस को मनाये जाने की पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर, 2014 को 'संयुक्त राष्ट्र महासभामें अपने भाषण में रखकर की थीजिसके बाद '21 जूनको 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवसघोषित किया गया। 11 दिसम्बर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 193 सदस्यों द्वारा 21 जून को 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवसको मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गयाजो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय है ।


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 थीम-

साल 2023 में योग दिवस की थीम वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत पर One World, One Health रखी गई है. इस थीम को आयुष मंत्रालय ने चुना है. बता दें 27 सितंबर 2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त महासभा में दुनिया के तमाम देशों से योग दिवस को मनाने का आह्वान किया।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का महत्व-

इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (इंटरनेशनल डे ऑफ योगा/आईडीवाई की विषय वस्तु उचित रूप से चित्रित करता है कि किस प्रकार कोविड-19 महामारी के चरम के दौरान, योग ने कष्टों को कम करने एवं कोविड-19 पश्चात उभरते हुए भू-राजनीतिक परिदृश्य में भी मानवता की सेवा की।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास-

अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस का प्रस्ताव सबसे पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में रखा था। यह प्रस्ताव 27 सितंबर 2014 में रखा गया था. इस प्रस्ताव पर गौर करने के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 दिसंबर 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस या विश्व योगा दिवस के तौर पर घोषित किया. 2015 में पहला अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया गया.

योग लोगों को ऊर्जावान रहने एवं कोविड-19 महामारी जैसे कठिन समय के दौरान एक सुदृढ़ प्रतिरक्षा प्रणाली बनाए रखने में सहायता कर रहा है।

पुस्तकालय केoविo,रिफाइनरी नगर,मथुरा 

LIBRARY ACTIVITIES

शिक्षक दिवस समारोह 5 सितम्बर 2024

केन्द्रीय विद्यालय रिफाइनरी नगर मथुरा में दिनांक 05 सितम्बर 2024 को शिक्षक दिवस समारोह आयोजित किया गया ।  शिक्षक देश के भविष्य और युवाओं के ...